अगर आप दिहाड़ी मजदूर हैं, खेतों में काम करते हैं, किसी फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं, दुकान पर काम करते हैं या घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी और सुखद खबर है। भारत सरकार ने देश के करोड़ों असंगठित श्रमिकों की मदद के लिए एक क्रांतिकारी योजना शुरू की है—ई-श्रम कार्ड योजना। इस योजना का उद्देश्य देश के ऐसे सभी मेहनतकश नागरिकों को सरकार की योजनाओं से जोड़ना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
ई-श्रम कार्ड योजना क्या है?
भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए एक ई-श्रम पोर्टल विकसित किया है। यह एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां मजदूर अपने विवरण के साथ रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और इसके बदले उन्हें एक यूनिक ई-श्रम कार्ड जारी किया जाता है। यह कार्ड मजदूर की पहचान, उनके काम, उनके पते, बैंक खाते आदि का प्रमाण होता है।

यह योजना श्रमिकों को न केवल सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ती है, बल्कि कुछ राज्यों में उन्हें हर महीने ₹500 से ₹1000 तक का सीधा नकद भत्ता भी मिलता है, जो उनके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से पहुंचता है।
ई-श्रम कार्ड के 5 सबसे बड़े फायदे
ई-श्रम कार्ड के माध्यम से सरकार का उद्देश्य मजदूरों को पहचान देना और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। इसके कुछ प्रमुख लाभ नीचे दिए गए हैं:
- मासिक भत्ता (₹500 से ₹1000 तक): कुछ राज्य सरकारें ई-श्रम कार्ड धारकों को हर महीने एक निश्चित राशि देती हैं। इससे मजदूरों को अपने दैनिक खर्चों में राहत मिलती है।
- वृद्धावस्था पेंशन योजना: यदि श्रमिक नियमित रूप से सरकारी योजनाओं में योगदान करते हैं, तो 60 वर्ष की आयु के बाद उन्हें ₹3000 प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त हो सकती है।
- स्वास्थ्य बीमा योजना: ई-श्रम कार्ड धारकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के तहत ₹2 लाख तक का बीमा मिलता है, जिससे दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में सहायता दी जाती है।
- सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता: राशन कार्ड, आवास योजना, रोजगार गारंटी योजना और कई अन्य योजनाओं में ई-श्रम कार्ड धारकों को प्राथमिकता दी जाती है।
- सामाजिक सुरक्षा योजनाएं: ई-श्रम कार्ड के जरिए श्रमिकों को श्रम मंत्रालय की योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM), से भी जोड़ा जा सकता है।
कौन लोग आवेदन कर सकते हैं?
ई-श्रम कार्ड योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें होती हैं:
आयु सीमा: आवेदक की आयु 16 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
असंगठित क्षेत्र में कार्यरत होना: व्यक्ति को किसी संगठित संस्थान (जैसे सरकारी कार्यालय, पब्लिक लिमिटेड कंपनी) में कार्यरत नहीं होना चाहिए।
निम्न श्रेणियों के लोग पात्र हैं:
- खेत मजदूर
- निर्माण स्थल के श्रमिक
- घरेलू सहायिका
- ऑटो/रिक्शा चालक
- दुकान में काम करने वाले
- फैक्ट्री मजदूर (अगर असंगठित क्षेत्र में है)
अन्य शर्तें
- आवेदक इनकम टैक्स दाता नहीं होना चाहिए।
- सरकारी नौकरी में न हो।
- आवेदक के पास चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) नहीं होना चाहिए।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
ई-श्रम कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड (आधार से मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट डिटेल्स (पासबुक या बैंक स्टेटमेंट)
- मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- पहचान पत्र (वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस आदि)
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
आवेदन कैसे करें? (ऑनलाइन प्रक्रिया)
ई-श्रम कार्ड बनवाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान और उपयोगकर्ता फ्रेंडली है। आइए जानते हैं ऑनलाइन आवेदन की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:
eShram पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “रजिस्टर ऑन ई-श्रम” पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें (जो आधार से लिंक हो)।
- कैप्चा कोड भरें और OTP वेरिफाई करें।
- अब आधार डिटेल्स, काम की जानकारी, बैंक डिटेल्स और अन्य व्यक्तिगत जानकारी भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- अंत में “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
- आपका ई-श्रम कार्ड PDF फॉर्मेट में जनरेट हो जाएगा जिसे डाउनलोड करके प्रिंट कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया
अगर आपके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो आप नजदीकी CSC (Common Service Center) में जाकर ई-श्रम कार्ड के लिए ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
ई-श्रम कार्ड से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें
- अगर आपका पहले से ई-श्रम कार्ड बना हुआ है, तो दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
- कई राज्यों में भत्ते के लिए अलग से फॉर्म भरना पड़ता है, इसके लिए अपने राज्य की वेबसाइट या CSC सेंटर से जानकारी लें।
- आपका बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना अनिवार्य है ताकि भत्ता सीधे आपके खाते में पहुंच सके।
किन राज्यों में मिल रहा है भत्ता?
हर राज्य सरकार अपने बजट और नीति के अनुसार ई-श्रम कार्डधारकों को भत्ता देती है। उदाहरण के लिए:
उत्तर प्रदेश: ₹500 प्रतिमाह
बिहार: ₹1000 प्रतिमाह
झारखंड और उड़ीसा: आर्थिक सहायता के साथ खाद्य सुरक्षा
मध्य प्रदेश और राजस्थान: योजनाएं प्रक्रिया में हैं या पायलट प्रोजेक्ट पर कार्यरत हैं।
योजना का उद्देश्य और असर
ई-श्रम कार्ड योजना का मुख्य उद्देश्य देश के असंगठित श्रमिकों को एक संगठित डेटाबेस में लाना, उनकी पहचान सुनिश्चित करना, और उन्हें सामाजिक सुरक्षा का लाभ देना है।
- प्रवासी मजदूरों के ट्रैकिंग में सहायक है
- आकस्मिक आपदाओं में सहायता पहुंचाने का तरीका बन सकती है
- भविष्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेंशन जैसी योजनाओं को जोड़ने की नींव रखती है
निष्कर्ष:
देश के करोड़ों मजदूर ऐसे हैं जो मेहनत तो करते हैं लेकिन उन्हें कोई पहचान या सुरक्षा नहीं मिलती। ई-श्रम कार्ड उन्हें एक आधिकारिक पहचान और सरकारी मदद के दरवाजे खोलता है। अगर आप भी दिहाड़ी मजदूर, घरेलू कामगार, खेतिहर मजदूर या रिक्शा चालक हैं, तो आज ही इस योजना से जुड़ जाएं। आपका सिर्फ कुछ मिनटों का समय और सही जानकारी आपके जीवन को सुरक्षित बना सकती है। यह न केवल एक कार्ड है, बल्कि एक आशा की किरण है उन सभी लोगों के लिए जो हर दिन मेहनत करते हैं, लेकिन अक्सर सरकारी लाभों से वंचित रह जाते हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न1. ई-श्रम कार्ड क्या है?
उत्तर. ई-श्रम कार्ड भारत सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए जारी किया गया एक यूनिक पहचान पत्र है, जिसके माध्यम से श्रमिक सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।
प्रश्न2. हर महीने ₹1000 किसे मिलते हैं?
उत्तर. कुछ राज्य सरकारें ई-श्रम कार्ड धारकों को हर महीने ₹500 से ₹1000 की सहायता राशि देती हैं। यह भत्ता सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है।
प्रश्न3. ई-श्रम कार्ड के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
उत्तर. कोई भी व्यक्ति जो असंगठित क्षेत्र में काम करता है (जैसे खेत मजदूर, निर्माण श्रमिक, घरेलू कामगार आदि), जिसकी उम्र 16 से 59 साल के बीच है, और जो आयकर दाता नहीं है, वह आवेदन कर सकता है।
प्रश्न4. क्या मुझे फिर से रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा अगर मेरा कार्ड पहले से बना है?
उत्तर. नहीं, यदि आपने पहले ही ई-श्रम कार्ड बनवा लिया है, तो दोबारा रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। आपको केवल अपने राज्य की भत्ता योजना की जानकारी लेनी चाहिए।
प्रश्न5. यह ₹1000 भत्ता सभी राज्यों में मिलता है?
उत्तर. नहीं, यह भत्ता कुछ राज्यों में ही दिया जाता है। हर राज्य की योजना अलग होती है। इसके लिए आपको अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट या CSC सेंटर से जानकारी लेनी चाहिए।
